सोनप्रयाग, पांडुकेश्वर, हिना और बड़कोट मुख्य यात्रा मार्गों पर होगी जांच
देहरादून। चारधाम यात्रा में शामिल होने जा रहे श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड सरकार ने पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया है। अब बिना पंजीकरण के किसी भी तीर्थयात्री या आम पर्यटक को चारधाम यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यात्रा के दौरान सोनप्रयाग, पांडुकेश्वर, हिना और बड़कोट जैसे मुख्य यात्रा मार्गों पर पंजीकरण की सख्ती से जांच की जाएगी। जिन यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया होगा, उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सरकारी अधिकारियों के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और भीड़ नियंत्रण के दायरे में लाना है।
यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे समय रहते अपना पंजीकरण ऑनलाइन या अधिकृत केंद्रों के माध्यम से करवा लें। प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण को अनिवार्य किया है। इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से पंजीकरण की सुविधा दी है। लेकिन पंजीकरण की अनिवार्य सिर्फ चारधाम यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए है। सचिव मुख्यमंत्री व गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि चारधाम यात्रा के अलावा अन्य पर्यटक स्थलों पर आने वाले पर्यटकों के लिए पंजीकरण अनिवार्य नहीं है।
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